अच्छे लम्हे को सब अपनी याद की पोटली में संभालखर रखते हैं। अच्छे लम्हे को सब अपनी याद की पोटली में संभालखर रखते हैं।
हंसते हुए आवाज आई- मैं हूं, आपका तीसरा बेटा आपका घर "अर्चप्रभा "। हंसते हुए आवाज आई- मैं हूं, आपका तीसरा बेटा आपका घर "अर्चप्रभा "।
राजू की झुकी नजरें बता रही थी कि कुछ तो गल्त हुआ है।रोहन का गुस्सा देखकर डर लग रहा था। राजू की झुकी नजरें बता रही थी कि कुछ तो गल्त हुआ है।रोहन का गुस्सा देखकर डर लग र...
कितना भी खुश रह लो, फिर भी तुमको रुलाएंगी बातें। कितना भी खुश रह लो, फिर भी तुमको रुलाएंगी बातें।
उसके अधरों का हल्का स्पर्श अपने कपोल पर अनुभव किया। उसके अधरों का हल्का स्पर्श अपने कपोल पर अनुभव किया।
एक वो दिन थे जब घर और मम्मी-पापा से पहली बार दूर जाना पड़ रहा था। एक वो दिन थे जब घर और मम्मी-पापा से पहली बार दूर जाना पड़ रहा था।